बच्चों की कविता बारिश की रिमझिम

झांसी की रानी  



*गीत: बारिश की रिमझिम*


(संगीत: हल्की धुन, बच्चों की कविता के रूप में)


रिमझिम-रिमझिम आई है,  

देखो बारिश छाई है,  

छम-छम करके बूंदें गिरी,  

धरती ने मुस्कान भरी।



बूंदों का ये प्यारा खेल,  

सबको करता खुशहाल,  

नाचे, झूमें बच्चे सारे,  

बारिश में अब हर पल प्यारे।



कागज़ की नाव चलाएंगे,  

पानी में सब खेलेंगे,  

हरी-हरी घास मुस्काए,  

बारिश संग झूले झूलाएं।



बूंदों का ये प्यारा खेल,  

सबको करता खुशहाल,  

नाचे, झूमें बच्चे सारे,  

बारिश में अब हर पल प्यारे।



इंद्रधनुष भी साथ में आए,  

सात रंगों की झलक दिखाए,  

आसमान भी नाच रहा है,  

धरती का रूप बदल रहा है।



बूंदों का ये प्यारा खेल,  

सबको करता खुशहाल,  

नाचे, झूमें बच्चे सारे,  

बारिश में अब हर पल प्यारे।


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